कहते हैं भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं और उनको झट से वरदान दे देते हैं. असुरों के गुरू शुक्राचार्य ने भी ऐसा ही किया. उन्होंने शिव जी की कठोर साधना…
Read MoreAuthor: Youths ruchi
शुक्राचार्य को कैसे मिली मृत संजीवनी विद्या, जानें
असुरों के गुरू शुक्राचार्य के पास मृतक को दोबारा जीवन देने वाली मृत संजीवनी विद्या थी. शुक्राचार्य के पास इस विद्या के होने से देवता हमेशा चिंतित रहते थे, लेकिन ये विद्या उन्हें इतनी आसानी…
Read Moreशुक्राचार्य क्यों बने असुरों के गुरू, जानें
महर्षि भृगु और हिरण्यकश्यपु की पुत्री दिव्या की संतान शुक्राचार्य असुरों के गुरू थे. देवताओं के गुरू बृहस्पति और राक्षसों के गुरू शुक्राचार्य दोनों ने बचपन में एक साथ शिक्षा ग्रहण की, लेकिन अपनी कठिन…
Read Moreगुरू शुक्राचार्य के पास थी कौन सी अनोखी विद्या, जानें
हर किसी के जीवन में गुरू का महत्वपूर्ण स्थान होता है. गुरू के मार्गदर्शन में ही व्यक्ति सफलता हासिल करता है. हिंदू धर्म में जहां बृहस्पति को देवताओं का गुरू कहा गया, वहीं शुक्राचार्य ने…
Read Moreज्योतिष में क्या होता है मारकेश, कुंडली में इसे देखना है सबसे जरूरी
ज्योतिष में जहां एक ओर लग्न से व्यक्ति का जीवन और उसका स्वभाव पता किया जाता है, वहीं दूसरी ओर लग्न का विपरीत भाव यानि सप्तम भाव व्यक्ति की मृत्यु को बताता है. कुंडली में…
Read Moreकुंडली के सभी 12 भावों के लिए ये योग है शुभ, जानें
ज्योतिष के अनुसार नौ ग्रहों में से बुध को राजकुमार माना गया है. बुध ग्रह मुख्य रूप से बुद्धि, तर्क, वाणी और मित्र का कारक होता है. वहीं सूर्य यानि आदित्य को सभी ग्रहों का…
Read Moreचंद्र ग्रहण की वजह से आज मनाई जा रही देव दीपावली
हर साल दिवाली के करीब 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली का पर्व मनाया जाता है. इस बार कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि 7 नवंबर की शाम 4:15 बजे से 8 नवंबर को…
Read Moreमाता लक्ष्मी को प्रसन्न रखना है तो कार्तिक पूर्णिमा को इन नियमों का करें पालन
हिंदू कैलेंडर में कार्तिक मास को सबसे श्रेष्ठ माना गया है. कार्तिक महीने का अंतिम दिन यानि कार्तिक पूर्णिमा का अपना विशेष महत्व है. भगवान शंकर के त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का वध करने के…
Read Moreइस दिन गंगा स्नान और दान करने का है विशेष महत्व, जानें
भगवान विष्णु को समर्पित कार्तिक मास का अपना विशेष महत्व है. कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को भगवान नारायण ने मत्स्य के रूप में अपना पहला अवतार लिया था. कहते हैं कार्तिक पूर्णिमा के…
Read Moreकब है शालिग्राम-तुलसी विवाह, जानें इसका महत्व
हर साल कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी यानि देवउठनी एकादशी के अगले दिन द्वादशी तिथि को तुलसी विवाह मनाया जाता है. शालिग्राम और तुलसी का विवाह इसलिए खास है क्योंकि शालिग्राम को भगवान विष्णु और…
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