हिंदू कैलेंडर में कार्तिक मास को सबसे श्रेष्ठ माना गया है. कार्तिक महीने का अंतिम दिन यानि कार्तिक पूर्णिमा का अपना विशेष महत्व है. भगवान शंकर के त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का वध करने के कारण शिव जी को त्रिपुरारी और इस तिथि को त्रिपुरारी पूर्णिमा कहा जाता है.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करके दीपों का दान किया जाता है, इसलिए इसे देव दीपावली भी कहते हैं. नदी में दीप दान करने से सभी तरह के दोषों से मुक्ति मिलती है. इस दिन स्नान, दान और पूजन से कई यज्ञ के बराबर फल मिलता है. ऐसा कहा जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन जल में भगवान नारायण का वास होता है, इसलिए गंगा स्नान और दान करने से प्रभु श्रीहरि की कृपा मिलती है और खूब आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस दिन घर में दीप जलाने से माता लक्ष्मी काफी प्रसन्न होती हैं. कार्तिक पूर्णिमा के दिन खासतौर पर किसी गरीब, असहाय और बुजुर्ग का अपमान ना करें. इस दिन चंद्र देव की कृपा पाने के लिए ब्रह्मचर्य का पालन करें.