हिंदू कैलेंडर के मुताबिक आषाढ़ का महीना 15 जून से शुरू हो चुका है. पुराणों में इस महीने का खास महत्व बताया गया है. आषाढ़ महीने में भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा के साथ-साथ सूर्य नमस्कार को बहुत फलदायी माना गया है. आषाढ़ महीने को कामना पूर्ति का मास भी कहा गया है. फिलहाल ये महीना इस साल 13 जुलाई तक रहेगा.
ऐसा कहा जाता है कि आषाढ़ मास में भगवान विष्णु की पूजा से पुण्य मिलता है. इसके साथ ही रोज सुबह सूर्य देव को जल देने से रोगों से छुटकारा प्राप्त होता है. ऐसा करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और व्यक्ति की यश-कीर्ति बढ़ती है. आषाढ़ महीने में ही देवशयनी एकादशी, गुप्त नवरात्रि और जगन्नाथ यात्रा जैसे पर्व पड़ते हैं. वहीं ज्योतिष के जानकारों की मानें तो 15 जून को सूर्य ने राशि परिवर्तन करके बुध की राशि में प्रवेश किया है. ये शुभ संयोग करीब 19 साल बाद 2003 से अब आया है. इस पूरे महीने सूर्य अपने मित्र ग्रहों की राशि में रहता है, जिससे इसका शुभ प्रभाव काफी बढ़ जाता है.