26 मार्च यानि आज चैत्र नवरात्रि के पांचवे दिन मां दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप की आराधना होती है. मां स्कंदमाता की पूजा अर्चना से व्यक्ति के जीवन में आने वाली नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है और असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं.
भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय जी को स्कंद कुमार कहा जाता है, इस कारण इनकी मां यानि माता पार्वती को स्कंदमाता कहते हैं. कमल के आसन पर विराजमान होने के कारण इन्हें पद्मासना देवी भी कहा जाता है. मां स्कंदमाता को सौरमंडल की अधिष्ठात्री देवी माना गया है. मां स्कंदमाता की उपासना करने से सुख और शांति मिलती है. मां स्कंदमाता की कृपा से व्यक्ति को संतान सुख की भी प्राप्ति होती है. ज्योतिषियों की मानें तो नवरात्रि के पांचवें दिन यानि रविवार को कई तरह के योग बन रहे हैं. दोपहर बाद से रोहिणी नक्षत्र होने के कारण धाता नाम का शुभ योग रहेगा. इसके अलावा प्रीति और आयुष्मान नाम के दो अन्य योगों का भी निर्माण हो रहा है.