हर साल श्रावण शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को पड़ने वाले नाग पंचमी पर्व का विशेष महत्व है. सावन के मंगलवार को भगवान भोलेनाथ, माता पार्वती और हनुमान जी की आराधना से हर तरह की परेशानियां दूर होती हैं और घर में सुख-समृद्धि भी बढ़ती है. इस बार मंगलवार को नाग पंचमी का पर्व होने के कारण नाग देवता की पूजा करना काफी अच्छा रहेगा. इससे व्यक्ति के जीवन में आने वाले हर तरह के भय से मुक्ति मिलती है.
पौराणिक कथा के अनुसार जब नाग के काटने से राजा परीक्षित की मृत्यु होने पर उनके बेटे जनमेजय ने पूरे नाग वंश का नाश करने के लिए सर्प मेध यज्ञ किया, तो इसमें करोड़ों नाग जलकर भस्म होने लगे. घटना के दौरान आस्तिक मुनि ने वहां पहुंचकर उस यज्ञ को रुकवाया और नागों के ऊपर ठंडा दूध डाला. ऐसा करने से अग्नि में जलने वाले नागों को ठंडक मिली और उनका जीवन बच गया. जिस दिन ये घटना हुई, उस दिन पंचमी तिथि थी. नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से काल सर्प दोष से भी छुटकारा मिलता है.