वैसे तो पूरा श्रावण मास ही भगवान शिव को काफी प्रिय है. ऐसे में अगर शनिवार का दिन पड़ जाए तो भला क्या कहने. कहते हैं सावन के शनिवार को शनि देव और हनुमान जी की पूजा के साथ-साथ महादेव की भक्ति करने से सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाता है और मनवांछित फल की प्राप्ति होती है.
शनिवार का दिन नौ ग्रहों में न्यायाधीश कहे जाने वाले शनिदेव को समर्पित माना गया है. सावन के महीने में शनिवार को शनिदेव और भोलेनाथ की पूजा को विशेष लाभकारी बताया गया है. ऐसी मान्यता है कि शनिवार के दिन दोनों का पूजन करने से धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है और व्यक्ति को कर्ज से मुक्ति मिलती है. श्रावण मास में शनिवार को पूजा करने से शनिदोष भी दूर होता है. ज्योतिष के अनुसार, शनिदेव कुछ राशियों पर अपनी विशेष कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं, जिससे उनके काम आसानी से हल हो जाते हैं. सावन में पड़ने वाले सभी शनिवार को शनि चालीसा और शिव चालीसा का पाठ करना फलदायी होता है.