श्रावण मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है. इस दिन नाग देवता की पूजा का विधान है. इस बार पंचमी तिथि 2 अगस्त को सुबह 5 बजकर 43 मिनट से शुरू होकर 3 अगस्त को शाम 5 बजकर 43 मिनट तक रहेगी.
ऐसी मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन विधि-विधान से नाग देवता की पूजा करने से भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद मिलता है. इस दिन नाग देवता की पूजा करने से व्यक्ति को शत्रुओं का डर नहीं रहता और सांप कांटने के भय से भी मुक्ति मिल जाती है. इसके साथ ही कुंडली में कालसर्प दोष भी दूर होता है. नाग पंचमी के दिन पूजा करने से व्यक्ति राहु-केतु ग्रहों से मिलने वाले कष्टों से बच जाता है. नाग देव की पूजा सुख-समृद्धि और सौभाग्य प्रदान करने वाली है. कहते हैं जीवन में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए नाग पंचमी के दिन रुद्राभिषेक करने से निश्चित ही लाभ मिलता है. इस साल नाग पंचमी के दिन शिव योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जोकि बेहद शुभ है.