आस्था का महापर्व छठ जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाता है. इस दौरान लोग सूर्य देव और छठी मैया की पूजा-अर्चना काफी विधि-विधान से करते हैं. ज्योतिष के अनुसार अगर किसी कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में है तो छठ पर्व के दौरान सूर्य देव की आराधना से उसे मजबूत किया जा सकता है.
ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य सभी नौ ग्रहों के राजा हैं. कुंडली में सूर्य के कमजोर होने के कारण व्यक्ति को जीवन में कड़ी मेहनत के बावजूद उचित फल नहीं मिलता. सूर्य को ऊर्जा का अपार स्रोत मानते हुए उन्हें प्रत्यक्ष देवता के रूप में जाना जाता है. छठ पूजा के दौरान सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है, यही कारण है कि जो लोग ये पर्व मनाते हैं उनकी कुंडली में सूर्य की स्थिति बेहतर होती जाती है. छठ पूजा करने वाले व्यक्ति से सूर्य देव जल्दी प्रसन्न होते हैं और उसे मान-सम्मान, यश-कीर्ति प्रदान करते हैं. कहते हैं सूर्य को अर्घ्य देने से शनि दोष से छुटकारा मिलता है, साथ ही छठ पूजा करने वाले लोगों की सेवा करने से भी लाभ प्राप्त होता है.