ज्योतिष के अनुसार हर ग्रह एक निश्चित समय पर राशि परिवर्तन करते हैं. ग्रहों के एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने के कारण इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है, जिनमें से कुछ पर सकारात्मक और कुछ पर नकारात्मक असर देखने को मिलता है.
ज्योतिष में छाया ग्रह माने जाने वाले राहु-केतु इस साल 30 अक्टूबर को अपनी राशि बदलेंगे. वक्री चाल से चलने के कारण इन दोनों ग्रहों को राशि परिवर्तन करने में डेढ़ साल यानि 18 महीने का वक्त लगता है. ज्योतिषियों की मानें तो जहां राहु मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे, वहीं केतु तुला राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे. ये दोनों पापी ग्रह मुख्य रूप से जिन 4 राशियों को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले हैं, उनमें मेष, वृषभ, कन्या और मीन राशियां हैं. राहु-केतु के गोचर से इन राशि वाले लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इससे पहले साल की शुरुआत में 17 जनवरी को शनि भी राशि परिवर्तन कर चुके हैं.