मौनी अमावस्या का पर्व 21 जनवरी को शनिवार के दिन है. शनिश्चरी अमावस्या होने के साथ-साथ इस दिन शनि, सूर्य और शुक्र की युति से खप्पर योग का निर्माण हो रहा है, जिसको कुंडली में शनि के शुभ प्रभाव के लिए किए जाने वाले उपायों के लिए काफी शुभ माना जाता है.
ज्योतिषियों की मानें तो मौनी अमावस्या पर सर्वार्थ सिद्धि योग, हर्षण योग, ब्रज योग और चतुरपादकरण योग भी बन रहा है. इसके अलावा मन के कारक चंद्र देव के मकर राशि में गोचर करने के कारण लोगों को शनि के कष्टों से छुटकारा मिल सकता है. मौनी अमावस्या के दिन शनि देव की आराधना करना काफी लाभकारी रहेगा. इस दिन स्नान करने के बाद ऊनी कपड़ों और फलों का दान करना चाहिए. इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद भी प्राप्त होता है. मौनी अमावस्या के दिन मौन रहकर जप, तप और साधना करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है.