इस बार भादो के महीने में 27 अगस्त को पड़ने वाली शनि अमावस्या पर दुर्लभ संयोग बन रहा है. ज्योतिषियों की मानें तो ऐसा संयोग करीब 14 साल बाद बना है क्योंकि इस दिन शनि अपनी खुद की राशि मकर में विराजमान रहेंगे. इसके अलावा शनि अमावस्या को शिव योग और पद्म योग का भी निर्माण हो रहा है.
नौ ग्रहों में शनि को न्याय का देवता कहा जाता है. पुराणों की बात करें तो शनिवार को पड़ने वाली अमावस्या बहुत खास होती है, क्योंकि इस दिन नदी में स्नान और पूजा-पाठ से जन्मों के पाप मिट जाते हैं. शनि अमावस्या के दिन दान धर्म का भी विशेष महत्व है. कहते हैं इस दिन दान करने से एक यज्ञ के बराबर पुण्य मिलता है. इसके अलावा तर्पण और पिंड दान करने से व्यक्ति को पितरों का आशीर्वाद मिलता है और उसके जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है. अमावस्या तिथि 26 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 23 मिनट से 27 अगस्त दोपहर 1 बजकर 46 मिनट तक रहेगी.