ज्योतिष में शुक्र को भौतिक सुख का कारक ग्रह माना गया है. शुक्र ग्रह का मजबूत प्रभाव व्यक्ति को सुंदर और ज्ञानवान बनाता है. जिस व्यक्ति की कुंडली में शुक्र अच्छा होता है, उसका ज्यादातर जीवन सुखमय बीतता है. अगर किसी कुंडली में शुक्र मजबूत नहीं है तो उस व्यक्ति के जीवन में सुख की कमी रह सकती है.
अगर कुंडली के एक ही भाव में शुक्र के साथ राहु आ जाए,, तो व्यक्ति अपनी पत्नी और धन-संपत्ति से दूर होने लगता है. कुंडली में शनि का बुरा प्रभाव सीधा-सीधा शुक्र ग्रह को प्रभावित करता है. अगर शनि की स्थिति ज्यादा खराब हो तो शुक्र अपना शुभ प्रभाव त्यागकर व्यक्ति को बर्बाद कर सकता है, साथ ही प्रेम संबंधों पर भी इसका असर पड़ता है. इसके अलावा आपका खुद का बर्ताव शुक्र ग्रह को प्रभावित कर सकता है,, क्योंकि व्यक्ति का खराब स्वभाव भी शुक्र के कमजोर होने की निशानी होता है. इसलिए शुक्र ग्रह को शांत रखने के लिए जरूरी है कि नियमित रूप से मंत्र का जाप करें और लक्ष्मी जी की अराधना करें.