आषाढ़ महीने में पड़ने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व है. इस दिन विघ्नविनाशक भगवान गणपति को समर्पित कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी व्रत रखा जाता है. कहते हैं आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी के दिन विधि-विधान से गणेश जी की पूजा करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.
हिंदू धर्म में कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी व्रत की काफी महिमा बताई गई है. ये दिन भगवान गणेश को प्रसन्न करने का दिन है. चतुर्थी तिथि की शुरुआत मंगलवार 6 जून की रात्रि 12:50 बजे से हो चुकी है. बुधवार यानि आज रात्रि 9:50 बजे चतुर्थी तिथि समाप्त होगी और पंचमी तिथि का आरंभ होगा. ऐसा माना जाता है कि आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी का व्रत करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली सभी परेशानियां दूर होती हैं. इस व्रत को संतान संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए भी उत्तम माना जाता है. ज्योतिषियों की मानें तो आज शुभ: योग और शुक्ल: योग,, इन दो योगों के निर्माण होने से इसे पूजा-पाठ के लिए काफी अच्छा दिन माना जा रहा है.