कालसर्प एक ऐसा योग है जिसके कारण व्यक्ति को उसके द्वारा पूर्व जन्म में किए गए किसी अपराध के दंड स्वरूप वर्तमान जीवन में भोगना पड़ता है. ऐसे व्यक्ति को जीवनभर रोजगार, स्वास्थ्य, दांपत्य जीवन और संतान से संबंधित कष्ट झेलना पड़ता है. कालसर्प योग से पीड़ित व्यक्ति हर तरह की परेशानियों से जूझता रहता है.
अगर कुंडली में राहु से केतु के बीच में सभी ग्रह मौजूद हों तो ऐसी कुंडली में बनने वाला योग ही कालसर्प योग कहलाता है. कालसर्प योग को लेकर लोगों के मन में भय रहता है, लेकिन कुछ अचूक उपायों की मदद से इसके असर को कम किया जा सकता है. जिनकी भी कुंडली में कालसर्प दोष हो, उन्हें रुद्राभिषेक जरूर कराना चाहिए. शिव जी की उपासना के साथ ही राहु और केतु की शांति के उपाय भी करने चाहिए. इसके अलावा माता-पिता का सम्मान करें, ऐसा करने से निश्चित ही कालसर्प दोष से मुक्ति मिल सकती है.