भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए वैसे तो कई व्रत हैं, लेकिन प्रदोष व्रत का अपना विशेष महत्व है. इस बार प्रदोष व्रत 24 अगस्त यानि बुधवार को पड़ रहा है, इसलिए ये बुध प्रदोष होगा.
प्रदोष व्रत हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को होता है. प्रदोष व्रत को रखने से भोलेनाथ की कृपा बनी रहती है. इस व्रत से व्यक्ति के जीवन में सुख और समृद्धि आती है. ग्रहों की बात करें तो चंद्रमा का प्रदोष व्रत से गहरा संबंध है. कुंडली में चंद्रमा अशुभ स्थिति में होने पर उन्हें प्रदोष व्रत रखने की सलाह दी जाती है. इसके पीछे कहानी ये है कि जब क्रोध में आकर दक्ष प्रजापति ने चंद्रमा को क्षय रोग होने का श्राप दिया तो उनकी चमक धीरे-धीरे कम होने लगी. श्राप से मुक्ति पाने के लिए चंद्रमा ने भगवान शिव की कठोर तपस्या की. प्रदोष तिथि के दिन भोलेनाथ ने प्रसन्न होकर चंद्रमा को श्राप मुक्त करते हुए उन्हें अपने मस्तक पर धारण कर लिया. इसलिए कहा जाता है कि प्रदोष व्रत रखने से भोलेनाथ की कृपा मिलती है और चंद्रमा की वजह से आ रही सारी परेशानियां दूर होती हैं.