पति की लंबी उम्र की कामना को लेकर मनाया जाने वाला ‘हरतालिका तीज’ का पर्व हर साल भादो महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को पड़ता है. इस बार 30 अगस्त को महिलाएं निर्जला व्रत रहकर सुखी जीवन के लिए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगी.
कहते हैं भोलेनाथ को पाने की इच्छा से माता पार्वती ने हरतालिका तीज का व्रत रखा था. इस व्रत का प्रभाव ऐसा है कि सुहागिन महिलाओं को इस तिथि के दिन उपवास रखने पर पति के दीर्घायु और कुंवारी लड़कियों को व्रत रखने पर मनचाहे वर की प्राप्ति होती है. तृतीया तिथि 29 अगस्त को दोपहर 3:21 बजे से शुरू होकर 30 अगस्त को दोपहर 3:34 बजे तक रहेगी. इस कारण उदयातिथि के अनुसार हरतालिका तीज का पर्व महिलाएं 30 अगस्त को मनाएंगी. हरतालिका तीज के दिन हस्त नक्षत्र होने की वजह से महिलाओं पर ग्रह नक्षत्रों की भी कृपा बनी रहेगी. इसके साथ ही शिव जी और माता पार्वती के आशीर्वाद से जीवन में आनंद की प्राप्ति होगी.