श्रावण मास यानि सावन का महीना शिव भक्तों के लिए खास महत्व रखता है. श्रावण मास में शिव जी का जलाभिषेक करना काफी फलदायी माना गया. इसबार श्रावण मास 14 जुलाई से 12 अगस्त तक रहेगा. पूरे सावन के महीने में चार प्रमुख सोमवार पड़ेंगे. सावन में विशेष पूजा-अर्चना करने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं.
पौराणिक कथा के अनुसार सावन में समुद्र मंथन के समय निकले विष को भगवान शिव ने अपने कंठ में धारण कर लिया था. विष के कारण उनके शरीर को ठंडा करने के लिए देवताओं ने उनपर जल की वर्षा की. विष धारण करने के कारण ही महादेव नीलकंठ कहलाए. वैसे तो भगवान शिव को कभी भी जलाभिषेक किया जा सकता है लेकिन श्रावण मास में सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक और पूजन से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इसबार पहला सोमवार 18 जुलाई को, दूसरा सोमवार 25 जुलाई को, तीसरा सोमवार 1 अगस्त को और चौथा सोमवार 8 अगस्त को पड़ रहा है. 8 अगस्त को पड़ने वाले सावन सोमवार को पुत्रदा एकादशी भी है जो भगवान विष्णु को काफी प्रिय है.