माघ के महीने में कृष्णपक्ष की अमावस्या का विशेष महत्व है. इस दिन स्नान और दान के साथ-साथ मौन भी धारण किया जाता है, इसलिए इसे मौनी अमावस्या कहते हैं. मौनी अमावस्या पर सूर्योदय से पहले गंगा नदी में डुबकी लगाने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है.
वैसे तो हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर महीने कृष्णपक्ष के 15वें दिन अमावस्या पड़ती है लेकिन माघ के महीने में कृष्णपक्ष को पड़ने वाली मौनी अमावस्या अपने आप में कुछ खास है. कहते हैं इस दिन गंगा स्नान, दान और तर्पण से व्यक्ति को मोक्ष मिलता है. इस बार मौनी अमावस्या 21 जनवरी को पड़ रही है. अमावस्या की तिथि 21 जनवरी को सुबह 6 बजकर 17 मिनट से 22 जनवरी को मध्य रात्रि 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगी. उदयातिथि के कारण ये पर्व 21 जनवरी को ही मनाया जाएगा. मौनी अमावस्या को मौन व्रत रखकर जप और तप किए जाने का भी विधान है.