इस समय हर जगह गणेश उत्सव की धूम है. गणेश चतुर्थी से शुरू होने वाला ये उत्सव 9 सितंबर यानि अनंत चतुर्दशी तक चलेगा. अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति की मूर्ति का विसर्जन होगा. वैसे तो गणपति की मूर्ति का विसर्जन गणेश उत्सव के पूर्ण होने पर ही करना चाहिए, लेकिन कुछ लोग उससे पहले भी विसर्जन कर देते हैं.
भादो शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है. इसे अनंत चौदस भी कहते हैं. अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त सुबह 6:03 बजे से सुबह 10:44 बजे तक, दोपहर 12:18 बजे से दोपहर 1:52 बजे तक, शाम 5 बजे से शाम 6:31 बजे तक रहेगा. इस दौरान गणपति की मूर्ति का विसर्जन करना उचित होता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का भी विधान है. कहते हैं द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण के कहने पर युधिष्ठिर ने अनंत चतुर्दशी का व्रत किया था, जिसके कारण पांडवों को महाभारत के युद्ध में विजयी श्री हासिल हुई.