ज्योतिष में चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है. ये एक सौम्य और शीतल ग्रह है. कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं. चंद्रमा की अन्य ग्रहों से युति का व्यक्ति के जीवन पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है.
ज्योतिष के अनुसार, चंद्रमा और सूर्य की युति से व्यक्ति का मन विचलित रहता है. व्यक्ति के अंदर अहंकार की भावना होती है. उसमें विनम्रता की कमी होती है. चंद्रमा की बृहस्पति के साथ युति गजकेसरी योग बनाती है. ऐसे व्यक्ति का मन संस्कार युक्त और मजबूत होता है. चंद्रमा और मंगल की युति होने से व्यक्ति बिना परिणाम सोचे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की कोशिश में कई शत्रु बना बैठता है. चंद्रमा और बुध की युति व्यक्ति को हर स्थिति में खुद को ढालने का गुण प्रदान करती है. चंद्रमा के साथ शुक्र की युति से रचनात्मक प्रतिभा आती है, जिससे व्यक्ति लोगों को आसानी से प्रभावित कर लेता है. चंद्रमा और शनि की युति होने पर व्यक्ति को जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ता है. चंद्रमा-राहु की युति वाले व्यक्ति जहां हमेशा भ्रमित रहते हैं, वहीं चंद्रमा-केतु की युति वाले व्यक्ति बिना सोचे-समझे जल्दबाजी में कार्य करते हैं और उन्हें बाद में पछताना पड़ता है.