मानव शरीर पांच आधारभूत तत्वों से मिलकर बना है अग्नि, जल, वायु, गगन और भूमि। मृत्यु के बाद ये शरीर इन्हीं पांच तत्वों में मिल जाता है। यही जीवन का वास्तविक सत्य है। ये पांच तत्व ही रूद्र हैं,, और यही शिव हैं। इस पृथ्वी पर जिस भी व्यक्ति का जन्म हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है। लेकिन अगर किसी को अपनी अकाल मृत्यु का डर सता रहा है तो वो भगवान भोलेनाथ की स्तुति करते हुए ‘महामृत्युंजय मंत्र’ का जाप करे।
महामृत्युंजय का पाठ करने वाला व्यक्ति दीर्घायु तो होता ही है, साथ ही वह निरोगी, ऐश्वर्ययुक्त और धनवान भी होता है। इस मंत्र के प्रभाव से उस व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होंगे और उसे मोक्ष की प्राप्ति होगी। कहते हैं देवों के देव महादेव को ये मंत्र बेहद प्रिय है। इस मंत्र का जप करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं। इस मंत्र के प्रभाव से जीवन में सकारात्मकता आती है और भय के साथ-साथ तनाव दूर हो होता है।