हिन्दू धर्म में ‘ओम’ शब्द का विशेष महत्व है। कहते हैं जब पृथ्वी अपनी धुरी पर परिक्रमा करती है तो ओम की ध्वनि उत्पन्न होती है। लगभग सभी मंत्रों की शुरुआत ‘ओम’ के उच्चारण से ही होती है। इसलिए ‘ओम’ शब्द बहुत प्रभावशाली है और इसके बगैर कोई भी मंत्र पूरा नहीं होता है।
मंत्रों की बात करें तो गायत्री मंत्र को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। ये मंत्र दिव्य और चमत्कारी है। गायत्री मंत्र की शुरुआत भी ‘ओम’ से होती है। इस मंत्र के जाप से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं और सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी होती है। शास्त्रों के अनुसार गायत्री मंत्र के जप से जीवन में सकारात्मकता आती है और चेहरे पर तेज झलकता है। इसके साथ ही उत्साह और ज्ञान भी बढ़ता है। गायत्री मंत्र का रोजाना पाठ करने से व्यक्ति के जीवन से कष्ट दूर होंगे और खुशहाली का संचार होगा.