रिश्ते किसी भी रूप में जरूरत के वक्त आपके साथ कंधे से कंधा मिलाए खड़े रहते हैं,,,ये रिश्ता चाहे माता-पिता का हो, भाई-बहन का हो, दोस्तों का हो या फिर पड़ोसियों के साथ का हो,,,हर रूप में ये रिश्ते कहीं न कहीं आपको मजबूत ज़रूर बनाते हैं. इन सबके अलावा कुछ रिश्ते ऐसे भी बन जाते हैं जिनसे आपका दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं होता,,लेकिन फिर भी वो हर परिस्थिति में आपकी मदद करने की कोशिश करते हैं.
रिश्तों के बगैर ज़िंदगी अधूरी है,,,इसलिए हर इंसान रिश्तों को बनाए रखना चाहता है,, लेकिन कभी-कभी ये संबंध बिगड़ भी जाते हैं,, और ऐसा ज्योतिष में ग्रहों की दशा और चाल पर निर्भर करता है. हर रिश्ते के लिए अलग-अलग ग्रह जिम्मेदार होते हैं,, जैसे पिता के लिए सूर्य, माता के लिए चंद्रमा, छोटे भाई-बहनों के लिए मंगल, पत्नी के लिए शुक्र ग्रह. इन सभी रिश्तों को बनाए रखने के लिए आपका व्यवहार काफी मायने रखता है.