नौ ग्रहों में न्याय और कर्म के देवता माने जाने वाले शनि देव 30 जनवरी को अस्त हो रहे हैं. मकर और कुंभ राशि के स्वामी शनि 30 जनवरी की मध्य रात्रि को अपनी ही राशि कुंभ में अस्त हो जाएंगे और फिर 35 दिन बाद उदय होंगे. इस दौरान वे कमजोर स्थिति में रहेंगे, जिससे कई राशियों पर इसका प्रभाव देखने को मिलेगा.
ज्योतिष के अनुसार, सभी ग्रहों में सबसे धीमी चाल शनि की होती है. उन्हें एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करने में पूरे ढाई साल लगते हैं. अभी कुछ दिन पहले ही शनि ने मकर राशि से कुंभ राशि में गोचर किया है. ऐसे में कुंभ राशि में शनि के अस्त होने के कारण उसका प्रभाव न्याय और कर्मक्षेत्र के अलावा स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है. इस दौरान चार राशि वालों मेष, कर्क, सिंह और कुंभ को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. जहां मेष, कर्क और कुंभ राशि वालों को नौकरी और आर्थिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, वहीं सिंह राशि के लोगों को अपने स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है.