हिंदू कैलेंडर के अनुसार नए साल का आगमन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से होता है. इस कारण इस साल चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से शुरू होकर 30 मार्च तक रहेगी. इन नौ दिनों में माता के विभिन्न स्वरूपों की पूजा होती है.
ऐसी मान्यता है कि चैत्र नवरात्रि के दौरान मां जगदंबा नौ दिनों तक धरती पर अपने भक्तों के बीच रहते हुए उन्हें आशीर्वाद प्रदान करती हैं. कहते हैं जब भी नवरात्रि बुधवार से शुरू होती है तो मां दुर्गा,, नौका पर सवार होकर पृथ्वी लोक में आती हैं. नवरात्रि के दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना काफी लाभकारी माना जाता है. किसी कारणवश अगर दुर्गा सप्तशती का पाठ ना कर पाएं तो कीलक और अर्गला स्तोत्र का पाठ जरूर करें. वहीं ज्योतिषियों की मानें तो इस बार नवरात्रि के दौरान गुरू, सूर्य और बुध ग्रह मीन राशि में, जबकि मंगल ग्रह मिथुन राशि में होगा. इसके अलावा शनि कुंभ राशि में, राहु और शुक्र मेष राशि में जबकि केतु तुला राशि में होगा. इस बार ग्रहों का ये संयोग धनु, तुला, सिंह और मिथुन राशि वालों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है.