व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी थोड़ी-बहुत परेशानियां ज़रूर आती हैं। अगर मानव जन्म हुआ है तो जीवन के किसी न किसी मोड़ पे उसका सामना कष्ट से होना तय है। कष्ट व्यक्ति के जीवन में क्षणिक हो या फिर आजीवन,, तीव्रता कम हो या ज्यादा,, ये तो उसे अपने कर्म के अनुसार भोगना ही पड़ता है। अगर व्यक्ति को लगता है कि उसके जीवन में बार-बार कष्ट या विघ्न-बाधाएं आ रहीं हैं तो उसे चाहिए कि वो रोज़ गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ करे। गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र एक ऐसा मंत्र है जिसके पाठ से व्यक्ति के दुख दूर होते हैं और उसकी मुक्ति का मार्ग खुल जाता है। इसका पाठ लोगों को घोर संकट से भी उबारता है।
श्रीमद्भगवद्गीता के 8वें स्कंध के तीसरे अध्याय में इसका वर्णन है। इसमें कुल 33 श्लोक हैं जिसमें मगरमच्छ के साथ गजेंद्र नाम के हाथी का वर्णन किया गया है। गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र को सभी पापों का नाशक और साधक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि सूर्योदय से पहले रोजाना गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र का पाठ करने से बड़ा से बड़ा कर्ज चुकता हो जाता है। इसे कर्ज मुक्ति का अमोघ उपाय कहा गया है।