हर कोई जानता है कि कुंडली के ज़रिए व्यक्ति के जीवन में होने वाली उथल-पुथल का पता लगाया जा सकता है. जन्म-तिथि और समय के अनुसार सबकी कुंडली का निर्धारण होता है. किसी व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति काफी अच्छी होती है तो किसी की कुंडली बलाबल में कमजोर होती है.
ज्योतिष में विशेष रूप से 3 तरह की कुंडलियों के आधार पर व्यक्ति के जीवन में होने वाली घटनाओं के बारे में पता लगाया जाता है. एक लग्न कुंडली, दूसरी नवमांश कुंडली और तीसरी चंद्र कुंडली. लग्न कुंडली में पहला घर लग्न का होता है और बाकी सभी ग्रह लग्न की स्थिति के अनुसार होते हैं. वहीं नवमांश कुंडली का उपयोग किसी व्यक्ति के वैवाहिक जीवन का विश्लेषण करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इसके अलावा चंद्र कुंडली में जो घर चंद्रमा का होता है उसे पहला घर माना जाता है. चूंकि चंद्रमा ढाई दिन में अपनी स्थिति बदलता है, इसलिए ढाई दिन बाद कुंडली की जांच कराना जरूरी होता है. कुंडली मिलान के लिए चंद्र कुंडली दूसरी सबसे महत्वपूर्ण कुंडली है.