वैसे तो मंगलवार का दिन प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त संकटमोचन हनुमान जी को समर्पित माना गया है, लेकिन ऐसा कहा जाता है कि ज्येष्ठ मास का मंगलवार हनुमान जी को विशेष प्रिय है. इसे बड़ा मंगल या बुढ़वा मंगल कहते हैं. तारीख की बात करें तो 9 मई यानि आज पहला बड़ा मंगल है. इसके बाद दूसरा बड़ा मंगल 16 मई को, तीसरा बड़ा मंगल 23 मई को और चौथा बड़ा मंगल 30 मई को पड़ेगा.
मान्यता है कि ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले मंगलवार के दिन पवनपुत्र हनुमान जी की प्रभु श्रीराम से पहली बार भेंट हुई थी. इसके अलावा महाभारत काल में इसी ज्येष्ठ मास के मंगलवार को हनुमान जी ने बूढ़े वानर का रूप धारण करके भीम का अभिमान दूर किया था. बड़े मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा होती है और रामचरितमानस या सुंदरकांड का पाठ होता है. ऐसा कहा जाता है कि बड़े मंगल पर बजरंग बली की पूजा, व्रत और दान करने से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या की छुटकारा मिलता है. व्यक्ति के जीवन से नकारात्मकता दूर होती है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.