हिंदू धर्म में पूर्णिमा का विशेष महत्व है. पौष के महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा को पौष पूर्णिमा कहते हैं. वैसे तो पूरा पौष महीना सूर्य देव को समर्पित माना गया है, लेकिन इस दिन स्नान-दान और सूर्य को अर्घ्य देना काफी लाभकारी होता है. कहा जाता है कि इस दिन भगवान नारायण की पूजा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
इस बार पौष पूर्णिमा तिथि 6 जनवरी को रात 2:16 बजे से शुरू होकर 7 जनवरी की सुबह 4:37 बजे खत्म होगी. इस कारण पौष पूर्णिमा का पर्व 6 जनवरी को है. पौष पूर्णिमा के दिन 3 तरह के योग भी बन रहे हैं, इनमें ब्रह्म योग, इंद्र योग और सर्वार्थ सिद्धि योग प्रमुख हैं. कहते हैं सर्वार्थ सिद्धि योग में पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है. इस दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी का भी पूजन करना चाहिए. ऐसा करने से लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त होगी. इसके अलावा रात में चंद्र देव की पूजा करना भी अच्छा रहेगा.