वाल्मीकि रामायण में अगस्त्य ऋषि द्वारा भगवान श्री राम को युद्ध में रावण पर विजय प्राप्त करने के लिए “आदित्य हृदय स्तोत्र” का पाठ करने के लिए प्रेरित किया था, जिसके बाद ही राम ने रावण को मार गिराया था और लंका पर जीत हासिल की थी. इसलिए आदित्य हृदय स्तोत्र का रोजाना पाठ बहुत उपयोगी है.
आदित्य हृदय स्तोत्र के पाठ से भगवान सूर्य की उपासना कर उनसे विजयी मार्ग की ओर ले जाने का अनुरोध करना चाहिए. ये स्तोत्र सभी के लिए कल्याणकारी और मान-सम्मान बढ़ाने वाला है. राशियों की बात की जाए तो मेष राशि वालों को शिक्षा के लिए,,, सिंह राशि वालों को स्वास्थ्य के लिए और धनु राशि वालों को भाग्य के लिए इसका पाठ जरूर करना चाहिए. वहीं वृषभ राशि वालों को संपत्ति ,,, कन्या राशि वालों को नौकरी के लिए और मकर राशि वालों को आयु के लिए इसका नित्य पाठ करना चाहिए. इसके अलावा मिथुन, तुला और कुंभ राशि वालों को वैवाहिक जीवन और स्वास्थ्य के लिए इसका पाठ करना चाहिए. साथ ही कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों को उच्च पद के लिए इसका पाठ करना चाहिए.