ज्योतिष में बुध ग्रह को राजकुमार माना गया है. बुध को एक महत्वपूर्ण ग्रह के तौर पर देखा जाता है. बुध ग्रह बुद्धि, वाणी, एकाग्रता, सुगंध और व्यापार का प्रमुख कारक है. बुध को खूबसूरत ग्रह भी कहा गया है.
बुध ग्रह,, मन के देवता चंद्रमा के पुत्र हैं. चंद्रमा को आदिराज कहने की वजह से ही बुध को राजकुमार या राजपुत्र कहा जाता है. सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा जी ने प्रसन्न होकर बुध को ग्रह बनाया. किसी कुंडली में अगर बुध ग्रह शुभ स्थिति में हैं तो उस व्यक्ति की संवाद क्षमता काफी अच्छी होती है. वो दूसरों के सामने अपनी बातों को अच्छे ढंग से पेश करने की क्षमता रखता है. उस व्यक्ति से लोग काफी प्रभावित भी होते हैं. ऐसे व्यक्तियों को नाक, कान और आंख की कोई गंभीर समस्या नहीं होती है. व्यक्ति खुद को ऊर्जावान महसूस करता है. किसी भी काम को वो बेहद लगन से करते हैं. कुंडली में अगर बुध खराब स्थिति में है तो भगवान गणेश की पूजा करना अच्छा रहता है.