ज्योतिष में 3 गणों का विशेष महत्व है- देव गण, मनुष्य गण और राक्षस गण. हर मनुष्य किसी न किसी एक गण से संबंधित होता है. तीनों गणों देव गण, मनुष्य गण और राक्षस गण में सर्वश्रेष्ठ देव गण को बताया गया है.
देवगण में जन्म लेने वाले मनुष्य बहुत ही सरल ह्दय और आकर्षण व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं. इनमें दान करने का गुण होता है. देवगण वाले व्यक्ति बुद्धिमान और विचारों में श्रेष्ठ होते हैं. वहीं मनुष्य गण की बात करें तो ऐसे व्यक्ति धनवान तो होते हैं, लेकिन विपरीत परिस्थिति आने पर बहुत जल्दी डर जाते हैं. इनमें विपरीत परिस्थितियों का सामना करने की क्षमता काफी कम होती है.
अब बात आती है राक्षस गण की, तो इस गण के व्यक्ति किसी से कम नहीं होते. इनमें साहस और मजबूत इच्छाशक्ति होती है. ये जीवन को बेहद खुले तरीके से जीते हैं. ये सीमाओं में रहने के आदी नहीं होते. राक्षस गण के व्यक्तियों में कई अच्छाईयां होती हैं. ये अपने आसपास मौजूद नकारात्मक शक्तियों को आसानी से पहचान लेते हैं. इन्हें भविष्य में होने वाली घटनाओं का पहले से ही आभास हो जाता है. इनका सिक्स सेंस कमाल का होता है.