जीवन है तो एक दिन मृत्यु भी होगी. मृत्यु एक वास्तविक सत्य है जिसे टाला नहीं जा सकता. मृत्यु कब होगी, ये किसी को नहीं पता लेकिन होगी जरूर, क्योंकि जिसने जन्म लिया है उसकी मृत्यु भी निश्चित है. मृत्यु का नाम सुनकर हर किसी को डर लगता है. पुराणों के अनुसार जब किसी की मृत्यु नजदीक आती है तो उसके संकेत व्यक्ति को पहले से मिलने लगते हैं.
पुराणों में बताया गया है कि मृत्यु के कुछ दिन पहले से व्यक्ति को खाने का सही स्वाद नहीं पता लगता. व्यक्ति को बोलने में परेशानी होती है और उसे सूर्य, चंद्रमा एवं आग की रोशनी ठीक से दिखाई नहीं पड़ती है. इसके अलावा व्यक्ति को अपनी ही परछाई दिखना बंद हो जाए या फिर धड़ रहित परछाई दिखाई दे तो इसे भी जल्द मृत्यु होने का संकेत माना जाता है. व्यक्ति के सिर पर कौए, गिद्ध या कबूतर का बैठना भी अशुभ माना जाता है. वैसे तो हर किसी की मृत्यु का समय पहले से तय है लेकिन कहा जाता है कि अकाल मृत्यु के कारण मृतक की आत्मा तब तक बिना शरीर के भटकती रहती है जब तक उसकी वास्तविक मृत्यु का समय नहीं आ जाता.