हर साल श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता की पूजा करने का विधान है। नागपंचमी के दिन महादेव की भी आराधना करनी चाहिए, ऐसा करने से धन-धान्य की कभी कोई कमी नहीं रहती।
इस बार नाग पंचमी 21 अगस्त को मनाई जाएगी। ज्योतिषियों की मानें तो पूजा करने का शुभ समय 21 अगस्त को सुबह 5:53 बजे से सुबह 8:29 बजे तक है। कई जगहों पर नाग पंचमी को गुड़िया का पर्व भी कहा जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, एक लड़का महादेव का परम भक्त था। भोलेनाथ के मंदिर पर उसे प्रतिदिन नाग देवता के दर्शन होते थे। कहते हैं कि मंदिर जाने के बाद नाग उसके पैरों में लिपट जाते थे। लड़के की बहन ने जब यह देखा तो उसने डर के मारे नाग को पीट-पीट कर मार डाला। भाई के पूरी बात बताने पर वह लड़की रोने लगी। वहां उपस्थित लोगों ने कहा कि यह गलती अनजाने में हुई है, इसलिए आज से इस दिन लड़की की जगह गुड़िया को पीटा जाएगा। ऐसा माना जाता है कि तभी से इस दिन गुड़िया पीटने की परंपरा शुरू हुई।