नौ ग्रहों में शनि को न्याय का देवता माना जाता है. ज्योतिष में शनि की दृष्टि को अच्छा नहीं माना जाता है. कुंडली में शनि की दृष्टि का कुछ ना कुछ असर बाकी ग्रहों पर जरूर पड़ता है.
ज्योतिष के अनुसार, कुंडली में अगर शनि की दृष्टि बृहस्पति ग्रह पर पड़े तो ऐसा व्यक्ति घमंडी होता है. अगर शनि की दृष्टि सूर्य पर पड़ती है तो इससे पिता और पुत्र के बीच हमेशा मतभेद बना रहता है, क्योंकि शनि,, सूर्य के पुत्र हैं और ज्योतिष के अनुसार दोनों में बिल्कुल भी नहीं बनती. शनि की दृष्टि मंगल पर पड़ने से व्यक्ति को किसी ना किसी दुर्घटना का सामना जरूर करना पड़ता है. शनि की दृष्टि चंद्रमा पर पड़ने से विष योग बनता है, जिस कारण व्यक्ति का मन अशांत रहता है, क्योंकि चंद्रमा मन का कारक होता है. कुंडली में अगर शनि की दृष्टि बुध ग्रह पर पड़ रही है तो ऐसा व्यक्ति धूर्त होता है और उसे त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं. शनि की दृष्टि शुक्र ग्रह पर होने से व्यक्ति में चारित्रिक दोष आ सकता है. इसके अलावा शनि की दृष्टि राहु और केतु पर पड़ने से व्यक्ति नशे का शिकार हो जाता है.