कहते हैं कलियुग का सारा भार संकटमोचन रामभक्त हनुमान और देवी दुर्गा पर है, इसीलिए इन्हें सबसे जाग्रत और सर्वशक्तिशाली माना जाता है. हनुमान जी अपने भक्तों को हर संकट से बचाने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. बल, बुद्धि और विद्या के दाता,, बजरंगबली के केवल स्मरण मात्र से सभी नकारात्मक शक्तियां दूर भागती हैं.
शिव के अंशावतार होने के कारण हनुमान जी से बुरी आत्माएं दूर ही रहती हैं. शनि दोष और मंगल दोष से पीड़ित व्यक्ति अगर रोज सुबह हनुमान चालीसा का पाठ करे तो उसे बजरंगबली की कृपा प्राप्त होती है. इसके अलावा राहु और केतु ग्रह से जुड़ी बाधाएं भी हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से दूर होती हैं. कष्टों से छुटकारा पाने के लिए हनुमान चालीसा के साथ-साथ सुंदर कांड और बजरंग बाण का पाठ करना काफी शुभ माना गया है. कहा जाता है कि बजरंगबली की कृपा से गोस्वामी तुलसीदास ने पहले हनुमान चालीसा लिखी और फिर श्रीरामचरितमानस लिखा.