वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है. वैशाख पूर्णिमा को बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था, इसलिए इसे बुद्ध पूर्णिमा या बुद्ध जयंती के नाम से जाना जाता है. गौतम बुद्ध को सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु का 9वां अवतार माना जाता है. इस साल बुद्ध पूर्णिमा 5 मई को शुक्रवार के दिन पड़ रही है.
वैशाख की पूर्णिमा तिथि 4 मई को रात 11:44 बजे से 5 मई को रात 11:03 मिनट तक रहेगी. वैशाख पूर्णिमा को भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा का भी विधान है. कहते हैं बुद्ध पूर्णिमा के दिन यदि जल से भरा हुआ कलश और व्यंजन दान किए जाएं तो इसका पुण्य गौ दान के बराबर माना जाता है. बुद्ध पूर्णिमा को बिहार के बोधगया में बोधिवृक्ष की पूजा होती है. ऐसी मान्यता है कि इसी वृक्ष के नीचे गौतम बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था. बुद्ध पूर्णिमा के दिन घर में भगवान सत्यनारायण की कथा के बाद ब्राह्मणों को तिल का दान करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं.