भगवान शंकर के अंशावतार और पवन देवता के पुत्र कहे जाने वाले हनुमान जी असीमित बल और बुद्धि के स्वामी हैं. भगवान विष्णु के अवतार श्रीराम की सहायता के लिए हमेशा तैयार रहने वाले बजरंग बली को संकटमोचन भी कहा जाता है. जब भी कोई मुसीबत में हनुमान जी को याद करता है,, तो वो उसकी परेशानी को पल भर में ही दूर कर देते हैं.
ऐसा कहा जाता है कि हनुमान जी हमेशा राम की भक्ति में डूबे रहते हैं और इस दौरान वे राम का नाम जपते रहते हैं. इससे ये पता चलता है कि राम के नाम में कितनी शक्ति है, तभी तो मरने के बाद भी लोगों को तारने के लिए राम का नाम ही लिया जाता है, क्योंकि वही एकमात्र सत्य है. ये इस बात को दर्शाता है कि आपने दुनिया में जो भी किया या जो भी कमाया, वो मरने के बाद सबकुछ यहीं रह जाएगा और आपके साथ अगर कोई रहेगा तो वो राम का नाम ही है. इसलिए अगर कोई पूरी श्रद्धा, भक्ति और विश्वास से राम का नाम लेता है तो उसे भगवान का आशीर्वाद जरूर मिलता है.