अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से नेपोटिज़्म शब्द खूब चर्चा में आया। इस शब्द ने खासतौर पर ग्लैमर वर्ल्ड के पीछे की हकीकत को सबके सामने ला दिया। बॉलीवुड में परिवारवाद, भाई-भतीजावाद, गुटबाजी और खेमेबाजी तो बहुत सालों से थी लेकिन इस पर खुलकर बहस अब हो रही है। दरअसल नेपोटिज़्म का मतलब,, किसी योग्य व्यक्ति को नजरअंदाज़ कर उसकी जगह किसी कम योग्यता रखने वाले व्यक्ति को ज्यादा तरजीह देना होता है। सुशांत सिंह की मौत के बाद फिल्म इंडस्ट्री के कई कलाकारों ने आरोप लगाए कि बॉलीवुड में रिश्तेदारों, दोस्तों या करीबियों को बढ़ावा दिया जाता है और बाहरी लोगों के साथ सौतेला व्यवहार होता है। अगर कोई बाहरी,, इंडस्ट्री में आ भी गया तो उसे वहां पर ज्यादा टिकने नहीं दिया जाता। बॉलीवुड से जुड़े करीब 85 फीसदी से ज्यादा अभिनेताओं का फिल्मी बैकग्राउंड है लेकिन कुछ ऐसे भी एक्टर हैं जिन्होंने अपने दम पर पहचान बनाई। उसमें से एक सुशांत सिंह राजपूत थे। हालांकि इस सूची में और भी कई नाम हैं जिसमें कंगना रनौत, आयुष्मान खुराना और राजकुमार राव प्रमुख हैं।
आपको बता दें 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत ने अपने बांद्रा स्थित घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद से पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभी हाल ही में सुशांत सिंह की विसरा रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें उनके शरीर में किसी तरह का कोई ज़हर नहीं पाया गया। पुलिस को उनके पास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला था। उधर, कई सेलिब्रिटी और फैन्स सुशांत की मौत की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। बहरहाल सुशांत सिंह की पॉप्युलेरिटी देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि आप एक ही थे और आप जैसा कोई दूसरा नहीं हो सकता।