जीवन में सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य, स्त्री सुख सब शुक्र ग्रह के अच्छे होने पर ही नसीब होता है. किसी कुंडली में शुक्र की स्थिति अच्छी होने पर व्यक्ति को कोई कमी नहीं रहती. लेकिन अगर कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति कमजोर या नीच भाव में हुई तो व्यक्ति को जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
शुक्र ग्रह की खराब स्थिति दाम्पत्य जीवन में कलह, परेशानियों और संबंध विच्छेद का कारण बनती है. व्यक्ति के सुखों में काफी कमी आती है. शुक्र ग्रह व्यक्ति के वैवाहिक जीवन और प्रेम संबंधों में असर डालता है. शुक्र पर किसी क्रूर ग्रह की दृष्टि पड़ने से बेहद खतरनाक योग बनता है. शुक्र से संबंधित राशि वालों को इस दौरान सर्तक रहने की सलाह दी जाती है. इतना ही नहीं इसका स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. ज्योतिष के अनुसार शुक्र का संबंध गर्भधारण और जननांग रोगों से होता है. ऐसे में अगर शुक्र मजबूत ना हो तो इन रोगों का खतरा बढ़ जाता है. इसके लिए जरूरी है कि धनुरासन, मूलबंध, जानुसिरासन जैसे योग किए जाएं, जिनसे शुक्र ग्रह को मजबूत किया जा सकता है.