ज्योतिष में ग्रहों की महादशा का असर हर किसी के जीवन में दिखाई पड़ता है. व्यक्ति पूरे जीवनभर किसी ना किसी ग्रह की महादशा से जरूर गुजरता रहता है. हर ग्रह की महादशा का समय भी अलग-अलग होता है. आज हम बात करेंगे शुक्र ग्रह की महादशा के बारे में. सबसे लंबी महादशा शुक्र की ही होती है, जोकि 20 वर्ष तक चलती है.
शुक्र ग्रह को दांपत्य सुख, वाहन, प्रेम और सौंदर्य का कारक माना जाता है. शुक्र भौतिक सुख का भी प्रतिनिधित्व करता है. इस कारण से शुक्र ग्रह को काफी महत्वपूर्ण माना गया है. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली के सप्तम भाव में शुक्र स्थित हो या फिर मीन राशि में स्थित होकर वो उच्च का हो तो शुक्र की महादशा में खूब लाभ मिलने की संभावना रहती है. अगर कुंडली में शुक्र कन्या राशि में हो तो उस व्यक्ति को आर्थिक हानि की प्रबल संभावना रहती है.