शास्त्रों में गायत्री मंत्र को काफी प्रभावशाली बताया गया है. ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र के उच्चारण से ईश्वर की प्राप्ति होती है. गायत्री मंत्र के जप को दिन में 3 बार किया जा सकता है. पहला सूर्योदय से ठीक पहले से मंत्र जाप शुरू करते हुए इसे सूर्योदय के बाद तक करना चाहिए. दूसरा समय दोपहर का और तीसरा समय सूर्यास्त से ठीक पहले शुरू करते हुए इसे सूर्यास्त के बाद तक करना चाहिए.
गायत्री मंत्र छात्रों के लिए बहुत लाभकारी है. इसके जप से विद्यार्थी जीवन में आ रही परेशानियों से मुक्ति मिलती है. जिस छात्र का पढ़ाई में मन न लग रहा हो या फिर पढ़ा हुआ भूलने की समस्या हो, तो उसके लिए इस मंत्र का जाप करना अच्छा रहेगा. गायत्री मंत्र के जप से आर्थिक तंगी, व्यापार अथवा नौकरी संबंधी समस्या दूर होती है. अगर संतान संबंधी कोई भी कष्ट हो तो गायत्री मंत्र के विशेष जप से परेशानियां दूर होंगी. इस मंत्र के जाप से शत्रुओं पर भी विजय पायी जा सकती है. विवाह में आ रही अड़चनों को गायत्री मंत्र के जप से दूर किया जा सकता है. इस मंत्र के जप से बीमारी से भी मुक्ति मिलती है.