15 अक्टूबर यानि शुक्रवार को असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयदशमी है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान राम ने रावण का वध कर बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया था. आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को हर साल विजयदशमी यानि दशहरे का त्यौहार काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. ज्योतिषियों की मानें तो इसबार विजयदशमी पर्व पर पूजा का शुभ मुहूर्त 15 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 2 मिनट है. पूजा के लिए ये शुभ मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 48 मिनट तक रहेगा.
ऐसा कहा जाता है कि इस दिन विधि-विधान से भगवान श्रीराम और मां दुर्गा की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं और व्यक्ति की सभी पीड़ा का नाश होता है. विजयदशमी का ये त्यौहार प्रेम, भाईचारा और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. दशहरे के दिन रावण के साथ-साथ कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले भी जलाए जाते हैं.