ज्योतिष में चन्द्रमा एक शीत ग्रह है और इसे स्त्री ग्रह के रूप में जाना जाता है. चंद्रमा को मानसिक सुख-शान्ति के लिए प्रभावी ग्रह माना गया है. चंद्रमा प्रमुख रूप से मन और माता का कारक होता है. किसी कुंडली में अगर चंद्रमा वृष राशि में है तो वह उच्च का माना जाता है. उच्च का चंद्रमा मन को प्रसन्नचित रखता है.
कुंडली में मजबूत चंद्रमा की बात करें तो ऐसा व्यक्ति अच्छी मानसिकता और दृष्टिकोण का होता है. मजबूत चंद्रमा वाला व्यक्ति जीवन में कोई भी परेशानी आने पर किसी तरह के दबाव में नहीं आता और ना ही शिकायत करता है. विपरीत परिस्थितियां आने पर भी ये मन को दुखी नहीं होने देता. इसके साथ ही अगर उच्च के चंद्रमा पर गुरू बृहस्पति की दृष्टि पड़ जाए तो चंद्रमा और बलवान होता है. उच्च का चंद्रमा रखने वाला व्यक्ति हमेशा उच्च कोटि की संगति रखता है. जन्म कुण्डली में चंद्रमा मजबूत होने पर व्यक्ति को सभी कामों में सफलता मिलती है. इसके साथ ही व्यक्ति को पद, प्रतिष्ठा, प्रमोशन, तरल और श्वेत पदार्थों के कारोबार से लाभ प्राप्त होता है.